लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार को हंगामे के साथ शुरू हुई, जिसमें विपक्ष ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) विवाद को लेकर सदन में हंगामा किया और इस पर त्वरित चर्चा की मांग की. इस बीच, विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने दावा किया कि उनका माइक्रोफोन बंद हो गया है और उन्होंने स्पीकर से इसे चालू करने को कहा, जिस पर स्पीकर ने तुरंत जवाब दिया. कांग्रेस सांसद और स्पीकर के बीच तीखी नोकझोंक वाला वायरल वीडियो कांग्रेस ने एक्स पर शेयर किया है. वहीं, राहुल गांधी ने छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए नीट मुद्दे पर ‘सम्मानजनक’ चर्चा की मांग की.
स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें सदन के मानदंडों और परंपराओं का पालन करने और राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के बाद इस पर चर्चा की मांग करने की सलाह दी. हालांकि राहुल गांधी और विपक्ष ने मांग जारी रखी और कहा कि हम विपक्ष और सरकार की ओर से भारत के छात्रों को एक संयुक्त संदेश देना चाहते थे कि हम इसे एक महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हैं. इसलिए, हमने सोचा कि छात्रों के सम्मान के लिए हमें आज NEET पर चर्चा करनी चाहिए.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि विपक्षी दल एनईईटी परीक्षा और मौजूदा पेपर लीक मुद्दे पर सरकार के साथ रचनात्मक बहस करना चाहता है, लेकिन हमें आज संसद में ऐसा करने का परमिशन नहीं दिया गया. यह एक गंभीर चिंता का विषय है जो पूरे भारत में लाखों परिवारों को परेशान कर रहा है. हम प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर बहस करने और छात्रों को वह सम्मान देने का आग्रह करते हैं जिसके वे हकदार हैं.
माइक्रोफोन को लेकर घमासान
जहां एक ओर नरेंद्र मोदी NEET पर कुछ नहीं बोल रहे, उस वक्त विपक्ष के नेता राहुल गांधी जी युवाओं की आवाज़ सदन में उठा रहे है.
कांग्रेस द्वारा एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है. इसमें राहुल गांधी लोकसभा अध्यक्ष से माइक चालू करने की मांग कर रहे हैं. वीडियो को साझा करते हुए, कांग्रेस ने दावा किया कि लाखों छात्रों के अंधकारमय भविष्य के बावजूद विपक्ष और छात्रों की आवाज को दबाने की साजिश की जा रही है. कांग्रेस ने पोस्ट में कहा कि जबकि नरेंद्र मोदी NEET पर चुप हैं, राहुल गांधी सदन में युवाओं के मुद्दों की वकालत कर रहे हैं. हालांकि, इतने गंभीर मुद्दे पर संसद में माइक्रोफोन बंद करके युवाओं की आवाज को दबाने की साजिश की जा रही है.
हालांकि राहुल गांधी के आरोप का जवाब देते हुए ओम बिरला ने कहा कि उनके पास माइक्रोफोन बंद करने के लिए कोई बटन नहीं है. पहले भी इसी तरह की व्यवस्था थी. माइक्रोफोन बंद करने की कोई व्यवस्था नहीं है.
पेपर लीक पर हंगामा
उल्लेखनीय है कि NEET (UG) 2024 की परीक्षाएं 5 मई को लगभग 570 शहरों में आयोजित की गई थीं, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे. 23 लाख से अधिक छात्र और मेडिकल के इच्छुक उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे। हालांकि, यह परीक्षा पेपर लीक विवाद के कारण प्रभावित हुई, जिससे कई छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया.
कम से कम 67 उम्मीदवारों को 720 में से 720 का उच्चतम स्कोर दिया गया, जिससे अकादमिक हलकों में आक्रोश फैल गया. जल्द ही, यह मुद्दा राजनीतिक हो गया क्योंकि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शुरू में पेपर लीक के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया, लेकिन फिर अनियमितताओं की जांच करने और परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए सिफारिशें करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया.